पाकिस्तान में कोरोनावायरस के संक्रमण के बीच भोजन और जरूरी चीजों की भारी कमी हो गई है। यहां भूख से जूझ रहे लोगों ने गुरुवार को इमरान सरकार के खिलाफ जमकर नारे लगाए। लोगों ने सेना से मदद मांगी है। पाकिस्तान में अभी तक संक्रमण के 2,291 मामले सामने आ चुके हैं और 31 लोगों की मौत हो चुकी है। इसके बावजूद भी प्रधानमंत्री इमरान खान देश में लॉकडाउन लगाने के लिए राजी नहीं हैं। हालांकि, देश के तमाम हिस्सों में लोगों की आवाजाही पर रोक लगाई गई है। इमरान ने लोगों से राहत कोष में दान देने की अपील की है। उन्होंने कहा- दानदाताओं को कर में छूट दी जाएगी।
पाकिस्तानी अखबार ने बताया कि रावलपिंडी में भूख से जूझ रहे सैकड़ों परिवार सड़क किनारे भोजन के इंतजार में बैठे हैं। वे इमरान खान सरकार की निष्क्रियता और उदासीनता पर नारे लगा रहे हैं। लोगों ने सेना से मदद मांगी है। परेशान लोगों को बाढ़-भूकंप और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के दौरान सेना से मिलने वाली मदद याद आ रही है। यही वजह है कि नारे लगा रहे लोगों ने प्रधानमंत्री इमरान खान से अपील की कि वे सेना, रेंजर्स और स्थानीय प्रबंधन के जरिए उन्हें 24 घंटे में खाना दें।
कोरोना संक्रमण के 62 मामले इस्लामाबाद में भी सामने आए
पाकिस्तान में कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित पंजाब है। यहां पर 914 मामले सामने आए हैं। इसके अलावा सिंध में 743, खैबर पख्तूनख्वा में 276, बलूचिस्तान में 169 और गिलगिट बाल्टिस्तान में 187, इस्लामाबाद में 62 और पीओके (पाकिस्तान आकुपाइड कश्मीर) में 9 मामले सामने आए हैं। विपक्ष के नेता और पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) पीएमएल-एन के अध्यक्ष शहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री पर तुरंत एक्शन लेने के बजाए समय बर्बाद करने का आरोप लगाया है।